किच्छा निवासी गुड्डी देवी महाकुंभ में स्नान का मौका नहीं छोड़ना चाहती थीं, इसलिए गुड्डी अपने छोटे बेटे व बहू को लेकर प्रयागराज रवाना हो गई। जहां भगदड़ के दौरान उनकी मौत हो गई।
गुड्डी देवी प्रयागराज में हो रहे महाकुंभ में स्नान का अवसर नहीं छोड़ना चाहती थीं। सोशल मीडिया और टीवी पर प्रयागराज में भीड़ की खबरें देखकर रिंकू ने मां से कुछ दिन बाद जाने के लिए कहा। 28-29 जनवरी को मौनी अमावस्या के दौरान महाकुंभ के स्नान के महत्व को देखते हुए गुड्डी छोटे बेटे राजू व बहू को लेकर प्रयागराज रवाना हो गई। बस में उनके अलावा आसपास के कई यात्री थे।
रिंकू के अनुसार फोन पर हुई बातचीत में उनका भाई भगदड़ का समय नहीं बता पाया। उसके अनुसार देर रात 12 बजे के बाद भगदड़ मची। संगम के पास भगवान का नाम जपते लोग अचानक भगदड़ के कारण चीख-पुकार मचाने लगे। भागती भीड़ ने न बच्चे देख सकी और न ही महिला और बुजुर्ग। जो जवान थे वह तो काफी हद तक खुद को बचाने में कामयाब रहे लेकिन बुजुर्ग लोग गिरते पड़ते रहे। स्नान के लिए आए श्रद्धालु जमीन पर गिरे लोगों को कुचलते हुए निकल रहे थे। बाद में जब भगदड़ खत्म हुई तो चारों ओर श्रद्धालुओं का सामान बिखरा पड़ा था। आस्था की डुबकी लगाने आए कई लोग घायल अवस्था में करहा रहे थे।
देवदूत बने प्रयागराज के युवक और पूर्व ब्लाक प्रमुख शुक्ला के रिश्तेदार
प्रयागराज में हुए हादसे के बाद मौके पर आसपास के गांव के युवक देवदूत बनकर किच्छा यात्रियों की मदद में लगे रहे। प्रयागराज से हीरा सरकार ने बताया कि हादसे के बाद सब बिछड़ गए। किसी को कुछ सूझ नहीं रहा था कि वे क्या करें। प्रयागराज के कटकट घूसी गांव निवासी अभिषेक यादव ने दोस्तों के साथ मौके पर पहुंचकर बिछड़े लोगों को खोजने में मदद की। कहा कि अगर अभिषेक मदद को आगे ना आता तो वहां पर उमड़े जन सैलाब में बाकी साथियों को खोजना मुश्किल हो जाता। पूर्व ब्लाक प्रमुख किन्नू शुक्ला के साले संतोष तिवारी प्रयागराज में ऊर्जा निगम में ईई हैं। शुक्ला ने जब उन्हें हादसे में किच्छा की महिला की मौत की जानकारी दी तो वे भी अपनी टीम के साथ मौके पर पहुंचे और यात्रियों की मदद की।
शोक जताने पहुंचे लोग
बुधवार सुबह जब रिंकू कोली को मां की मौत हो जाने की सूचना मिली तो परिवार में कोहराम मच गया। उसने तुरंत काम से हल्द्वानी गए अपने पिता खेमराज को दुखद सूचना दी। विधायक तिलक राज बेहड़, पूर्व विधायक राजेश शुक्ला, व्यापार मंडल महामंत्री विजय अरोरा, नितिन फुटेला, मनमोहन सक्सेना, संदीप अरोरा, विजय अरोड़ा, नितिन फुटेला, नितिन वाल्मीकि आदि ने आवास पर पहुंचकर शोक जताया।