भर्ती की उम्र निकलने पर युवक ने अपने प्रमाणपत्रों में फर्जीवाड़ा किया। जांच में उसकी पोल खुल गई। बरेली में भर्ती प्रक्रिया के दौरान पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया।
बरेली में पुलिस भर्ती के लिए तय उम्र निकल जाने के बाद भी नौकरी की ललक में एटा निवासी युवक ने अपने प्रमाणपत्रों में हेराफेरी की। उसके इस फर्जीवाड़े को बोर्ड के सदस्यों ने समय रहते पकड़ लिया। आरोपी युवक को गिरफ्तार कर उसके खिलाफ कैंट थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई गई है।
थाना कैंट क्षेत्र स्थित 8वीं वाहिनी पीएसी परिसर में इन दिनों नागरिक पुलिस में आरक्षी भर्ती के लिए अभ्यर्थियों की शारीरिक दक्षता परीक्षा चल रही है। पुलिस के मुताबिक, इसमें शामिल होने आए अभ्यर्थी सोनू गुप्ता को संदेह के आधार पर रोका गया।
भर्ती बोर्ड ने जानकारी की तो पता लगा कि एटा जिले के थाना मिरहची के गांव अख्तोली नया बांस निवासी सोनू की आयु कागजों में जो दिख रही है, वास्तव में वह उससे कहीं ज्यादा उम्र का लग रहा है।
बायोमीट्रिक सत्यापन व ई-केवाईसी कराया गया तो उसके पास फर्जी आधार कार्ड, हाईस्कूल व इंटरमीडिएट की फर्जी मार्कशीट मिलीं। तब मौके पर तैनात इंस्पेक्टर विपिन कुमार व दरोगा मोहित चौधरी ने उसे गिरफ्तार कर लिया। सोनू के पास हाईस्कूल की दो मार्कशीट निकलीं। एक वर्ष 1995 की और दूसरी 2001 की है। आरोपी को कैंट थाने ले जाकर उसके खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई गई।
गिरफ्त में आया तो खुद उगली सच्चाई
भर्ती बोर्ड के नोडल अधिकारी एसपी यातायात अकमल खान ने आरोपी सोनू गुप्ता से पूछताछ की। उसने बताया कि उसकी भर्ती की उम्र निकल गई थी। तब उसने आधार कार्ड में फर्जीवाड़ा कर अपनी जन्मतिथि 10 फरवरी 1995 की जगह 30 जून 2001 करवा ली।
इसी फर्जी आधार कार्ड का प्रयोग कर दोबारा हाईस्कूल व इंटरमीडिएट की मार्कशीट हासिल कर ली। इस तरह नई उम्र और नई मार्कशीट के दम पर नौकरी हासिल करने आया था। बायोमीट्रिक व ई-केवाईसी मिसमैच होने पर भेद खुल गया। एसपी यातायात ने बताया कि आरोपी को शुक्रवार को न्यायालय के समक्ष पेश किया जाएगा।