यूनिकाॅर्न महाकुंभ में आए सीएम योगी ने कहा कि यूपी स्टार्टअप के लिए पूरी तरह तैयार है। 2029 तक यूपी को एक ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था बनाने के लिए युवा जॉब क्रिएटर बनें।
नवाचार से डिजिटल अर्थव्यवस्था में अपना लोहा मनवा चुके 100 यूनिकाॅर्न के सम्मेलन में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि स्टार्टअप के लिए यूपी तैयार है। प्रदेश को 2029 तक एक ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था बनाने के लिए युवा जॉब क्रिएटर बनें। उन्होंने कहा कि प्रदेश में मेडिकल, शिक्षा, कृषि, पर्यटन, परिवहन व खाद्यान्न क्षेत्र में स्टार्टअप की अपार संभावनाएं हैं।
ताजमहल के करीब होटल अमर विलास में आयोजित यूनिकाॅर्न कॉन्फ्रेंस में मुख्यमंत्री योगी ने महाकुंभ, कोरोना काल और मिल्क प्रोड्यूसर ग्रुप की महिलाओं के नवाचारों का जिक्र किया। उन्होंने कहा कि इनोवेटिव आइडिया के लिए यूपी बड़ा मार्केट है। यहां बहुत डिमांड है।
उन्होंने महाकुंभ में डिजिटल खोया पाया केंद्र का उदाहरण देते हुए कहा कि 28 हजार लोगों को सकुशल घर पहुंचाया गया है। महाकुंभ में 62 करोड़ से अधिक लोग आ चुके हैं। इतने बड़े आयोजन में यह सब डिजिटल तकनीक से संभव हुआ।
उन्होंने कहा कि यूपी का फिजिक्स वाला देखते ही देखते यूनिकाॅर्न बन गया। प्रतियोगी परीक्षाओं के अलावा स्कूली छात्र भी फिजिक्स वाला से पढ़ रहे हैं। उन्होंने यूनिकाॅर्न संस्थापकों से कहा कि यूपी में मेडिकल, शिक्षा, कृषि, पर्यटन, परिवहन, खाद्यान्न क्षेत्र में स्टार्टअप की अपार संभावनाएं हैं। यूपी में सामर्थ्य है।
कोरोना काल का उदाहरण देते हुए उन्होंने कहा कि प्रदेश में आईसीयू की कमी थी। सभी जगह से एनेस्थेटिस्ट को बुलाकर प्रशिक्षण दिया। 75 जिलों में वर्चुअल आईसीयू चलाए। उन्होंने कोविड में पलायन करने वाले कामगारों को दी गई परिवहन, भोजन व स्वास्थ्य सुविधाओं से लेकर टेक्नो बस का जिक्र किया।
उन्होंने कहा कि टेक्नो बस सेवा पांच बसों से शुरू की गई थी। अब 40 बसें चल रही हैं। प्रदेश में 1.50 लाख बसों की जरूरत है। जो शहरों को गांव से जोड़कर परिवहन क्षेत्र में क्रांति लाएंगी। उन्होंने खाद्य प्रसंस्करण व उत्पादन में यूपी की मजबूत स्थिति बयां करते हुए कहा कि अगले क्यूआर कोड व डिजिटल सुविधाओं से प्रदेश में नया विश्वास पैदा हो रहा है। उन्होंने युवाओं से नवोन्मेषों को तकनीक से जोड़ने के लिए यूपी को कर्मभूमि बनाने का आह्वान किया।