प्रयागराज महाकुंभ में आज वसंत पंचमी के पावन अवसर पर तीसरा अमृत स्नान शुरू हो चुका है। अमृत स्नान को शुभ मुहूर्त में करना अत्यंत लाभकारी माना जाता है। ऐसा कहा जाता है कि इससे व्यक्ति को जीवन के सभी पापों से मुक्ति मिलती है और विभिन्न प्रकार के कष्टों से भी राहत मिलती है।
संन्यासियों का स्नान हुआ पूरा अब बैरागी परंपरा के साधू करेंगे स्नान
संन्यासियों का स्नान पूरा हो चुका है, अब बैरागी परंपरा के साधु सुबह करीब दस बजे स्नान के लिए आएंगे।
अब तक अमृत स्नान कर चुके श्रद्धालुओं की संख्या
उत्तर प्रदेश सूचना विभाग के अनुसार, आज सुबह 8 बजे तक 62.25 लाख से अधिक श्रद्धालुओं ने पवित्र डुबकी लगाई है। 2 फरवरी तक कुल 34.97 करोड़ से अधिक श्रद्धालु इस पवित्र स्नान का लाभ उठा चुके हैं।
बसंत पंचमी के पवित्र स्नान के दिन अदृश्य साधु भी आते हैं स्नान करने के लिए
धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, बसंत पंचमी के पवित्र स्नान के दिन केवल नागा साधु-संत ही नहीं, बल्कि अदृश्य साधु और पवित्र आत्माएं भी महाकुंभ में स्नान करने आती हैं। इस दिन स्नान करने से पापों का नाश होता है और आध्यात्मिक ऊर्जा की प्राप्ति होती है।
बसंत पंचमी के दिन स्नान के साथ-साथ इन चीजों का दान करना भी शुभ
बसंत पंचमी का पर्व माता सरस्वती को समर्पित है, जो ज्ञान की देवी मानी जाती हैं। इस दिन शिक्षा से संबंधित वस्तुओं का दान करना अत्यंत लाभकारी माना जाता है। आप जरूरतमंद छात्रों को किताबें, कलम और अन्य शैक्षणिक सामग्री दान कर सकते हैं। इसके अलावा, पीले रंग के खाद्य पदार्थ और कपड़े भी इस दिन दान करने के लिए उपयुक्त माने जाते हैं।
महाकुंभ के आगामी स्नान | Mahakumbh Snan Dates
- महाकुंभ का चौथा स्नान माघ पूर्णिमा के दिन, अर्थात् बुधवार, 12 फरवरी 2025 को आयोजित किया जाएगा।
- महाशिवरात्रि के पावन अवसर पर, 26 फरवरी 2025 को महाकुंभ का अंतिम स्नान के साथ ही महाकुम्भ का समापन होगा।