केंद्र सरकार ने सेहत से जुड़ा अलर्ट जारी किया है। सरकार के मुताबिक गर्मी में कोल्ड ड्रिंक पीना जोखिम भरा हो सकता है। इससे शरीर में पानी की कमी हो सकती है। चाय-कॉफी का सेवन भी तत्काल कम करने की सलाह दी गई है। अनुमान है कि कुछ दिनों में देश के लगभग सभी हिस्से भीषण गर्मी की चपेट में आएंगे।
तेज गर्मी में खुद को ठंडा रखने के लिए अगर आप कोल्ड ड्रिंक पीते हैं, तो स्वास्थ्य के नजरिये से यह जोखिम भरा हो सकता है। इन कार्बोनेटेड शीतल पेय में चीनी काफी अधिक होती है, जो काफी तेजी से शरीर में पानी की मात्रा कम करने लगती है। गर्मी की चपेट में आने पर इससे गंभीर स्थिति पैदा हो सकती है।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के अधीन काम कर रहे जलवायु परिवर्तन और मानव स्वास्थ्य पर राष्ट्रीय कार्यक्रम (एनपीसीसीएचएच) ने कोल्ड ड्रिंक को लेकर चेतावनी जारी करते हुए लोगों से भीषण गर्मी के मौसम में चाय और कॉफी को भी नजरअंदाज करने की अपील की है। भारतीय मौसम विभाग की ओर से रविवार को लू को लेकर अलर्ट जारी किया गया है। ओडिशा और झारखंड में रेड अलर्ट जारी किया गया है, तो विदर्भ, छत्तीसगढ़, तेलंगाना और पश्चिम बंगाल में भी गर्म हवाएं चलने की चेतावनी दी गई है। इनके अलावा, तटीय आंध्र प्रदेश, कर्नाटक, सौराष्ट्र, कच्छ और गुजरात के कुछ हिस्सों के लिए यलो अलर्ट जारी किया है। इसे देखते हुए एनपीसीसीएचएच ने राज्यों से कहा है कि कुछ दिनों में देश के लगभग सभी हिस्से भीषण गर्मी की चपेट में आ सकते हैं।
गर्मियों में तेज धूप के सीधे संपर्क में आने से बचें लोग
एनपीसीसीएचएच के मुताबिक लोगों को दोपहर 12 से तीन बजे के बीच धूप के सीधे संपर्क में आने से बचने के प्रति जागरूक करना होगा। साथ ही, उन्हें चाय, कॉफी व कोल्ड ड्रिंक के सेवन से होने वाले नुकसान के बारे में भी बताना चाहिए, ताकि उन्हें निर्जलीकरण यानी शरीर में पानी की कमी की परेशानी का सामना न करना पड़े। एनपीसीसीएचएच के वरिष्ठ अधिकारी डॉ. आकाश ने बताया कि निर्जलीकरण शरीर की क्षमता को सीमित कर गंभीर स्वास्थ्य समस्याएं पैदा कर सकता है। अधिकांश लोग नहीं जानते कि उन्हें शीतल रखने का दावा करने वाले ठंडे पेय पदार्थ काफी जोखिम भरे भी हो सकते हैं। यही कारण है कि लोगों में जागरूकता लाने के लिए उनकी दिनचर्या से जुड़ी छोटी-छोटी बातों पर सावधान करने की जरूरत है।
लू से बचना है तो सादा पानी पीएं चीनी और कैफीन दोनों घातक
दिल्ली स्थित मैक्स अस्पताल के वरिष्ठ चिकित्सक विवेक कुमार के अनुसार, लू के दौरान कार्बोनेटेड शीतल पेय से बचें। इसे पीने से पसीना तेजी से निकलता है, जो शरीर में पानी की कमी को बढ़ाता है। इसके बजाय सादा पानी पीयें।
- चाय और कॉफी में कैफीन होता है, जो शरीर के तापमान को थोड़ा बढ़ाकर निर्जलीकरण बढ़ा सकता है।
- एनपीसीसीएचएच के डॉ. आकाश ने कहा कि जब गर्म मौसम में पसीना बहाते हैं, तो आप इलेक्ट्रोलाइट्स खो देते हैं। उन्होंने कहा कि लू के दौरान, पर्याप्त मात्रा में सादा पानी, नारियल पानी जैसे इलेक्ट्रोलाइट युक्त पेय या कम चीनी वाले फलों का रस पीने को प्राथमिकता देनी चाहिए।
निर्जलीकरण से रक्तचाप का जोखिम दिल के दौरे की आशंका कई गुना ज्यादा
शरीर में पानी की मात्रा कम होने से रक्तचाप, हृदय गति की समस्या हो सकती है। ज्यादा पानी कम होने व गर्मी की चपेट में आने पर कमजोरी या भ्रम की स्थिति हो सकती है। यह किडनी व मस्तिष्क की कोशिकाओं को नुकसान पहुंच सकता है, जिससे मौत तक हो सकती है। जो लोग सिगरेट, बीड़ी या शराब का सेवन करते हैं, उनमें निर्जलीकरण से रक्त और गाढ़ा हो सकता है, जिससे रक्त के थक्के बनने से दिल के दौरे पड़ने की आशंका कई गुना बढ़ सकती है।