महाकुंभ में मौनी अमावस्या पर हुए हादसे में लापता लोगों की सूचना से फेसबुक, ट्विटर सहित अन्य सोशल मीडिया की साइट्स पट गई हैं। व्हाट्सएप ग्रुपों में भी फोटो शेयर करके अपनो की तलाश की जा रही है।
महाकुंभ में मौनी अमावस्या पर हुए हादसे में लापता लोगों की सूचना से फेसबुक, ट्विटर सहित अन्य सोशल मीडिया की साइट्स पट गई हैं। व्हाट्सएप ग्रुपों में भी फोटो शेयर करके अपनो की तलाश की जा रही है। बड़ी संख्या में श्रद्धालु अपने लापतों परिजनों की तलाश के लिए खोया पाया केंद्र के साथ ही अस्पतालों और पोस्टमार्टम हाउस पर भी पहुंच रहे हैं।

सोशल मीडिया पर पोस्ट करके लिखा गया है कि यह मौनी अमावस्या का स्नान करके लिए महाकुंभ गए थे। रात में हुए हादसे के समय वह संगम नोज पर थे। इसके बाद से उनका कहीं पता नहीं चल रहा है। इस तरह के पोस्ट सोशल मीडिया साइट्स पर बड़ी संख्या में देखे जा सकते हैं।
जौनपुर के रहने वाले राम अकबाल यादव ने अपनी भाभी दुलारी देवी उर्फ द्रौपती देवी पत्नी हीरालाल देव के हादसे में गायब होने की पोस्ट कई व्हाट्सग्रुप में शेयर की है। राम अकबाल रयां पोस्ट- मुस्तफा बाद, मछली शहर जिला- जौनपुर के रहने वाले हैं। इसी तरह तमाम पोस्ट वायरल हो रहे हैं।
भगदड़ से 30 की मौत, 60 हुए थे घायल
मौनी अमावस्या पर अनियंत्रित भीड़ के दबाव से बैरिकेडिंग टूट जाने के बाद संगम नोज पर रात्रि एक से दो बजे के बीच भगदड़ मच गई। इसमें दम घुटने से 30 श्रद्धालुओं की मौत हो गई और जबकि 60 लोग घायल हो गए। घायलों को इन्हें मेडिकल कालेज में भर्ती कराया गया। जिसमें 30 श्रद्धालुओं की मौत हो गई।
महाकुंभ स्नान पर्व पर भीड़ का दबाव बढ़ने पर बैरिकेंडिंग टूट गई थी। इसके बाद लोग तेजी से आगे बढ़ने लगे, इस दौरान ब्रह्म मुर्हुत पर स्नान करने के इंतजार में बैठे श्रद्धालुओं के ऊपर से भीड़ का रेला गुजर गया। इसमें 90 घायल श्रद्धालुओं को एंबलुेंस से मेडिकल कालेज ले जाया गया। इसमें 30 की इलाज के दौरान मौत हो गई थी। मृतकों में गुजरात के एक , कर्नाटका के चार, असम के एक श्रद्धालु शामिल हैं। घायलों में कुछ को लेकर उनके परिजन घर चले गए। अभी 36 घायलों का इलाज मेडिकल कालेज में चल रहा है। स्थिति अब सामान्य है।