म्यांमार के जनरल मिन आंग ह्लेइंग ने राहत सहायता के लिए प्रधानमंत्री मोदी को धन्यवाद दिया। उन्होंने गुजरात के भुज भूकंप के दौरान प्रधानमंत्री के पुनर्निर्माण कार्य और नेतृत्व की भी सराहना की और म्यांमार और अन्य देशों के लिए इससे मिली सीख की भी सराहना की।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी थाईलैंड के दो दिवसीय दौरे पर हैं। पीएम मोदी थाईलैंड में आयोजित हो रहे बिम्सटेक सम्मेलन में हिस्सा लेने पहुंचे हैं। बिम्सटेक सम्मेलन से इतर शुक्रवार को पीएम मोदी ने म्यांमार के सैन्य जनरल मिन आंग ह्लेइंग से मुलाकात की। इस मुलाकात के दौरान पीएम मोदी ने म्यांमार में आए विनाशकारी भूकंप में जान गंवाने वाले लोगों के प्रति संवेदना जताई और साथ ही हरसंभव मदद का भी भरोसा दिया।
जनरल मिन के साथ पीएम मोदी की यह पहली मुलाकात
प्रधानमंत्री मोदी ने म्यांमार के सैन्य जनरल से मुलाकात को लेकर सोशल मीडिया पर एक पोस्ट साझा किया। इस पोस्ट में पीएम मोदी ने लिखा कि ‘बैंकॉक में हो रहे बिम्सटेक सम्मेलन से इतर म्यांमार के सैन्य जनरल मिन आंग ह्लेंइंग से मुलाकात की। एक बार फिर मैंने हालिया भूकंप में जान-माल की हानि के लिए संवेदना प्रकट की। भारत अपने भाई और बहनों की मदद के लिए इस मुश्किल समय में जो कर सकता है, वो हरसंभव मदद कर रहा है।’ जनरल मिन फरवरी 2021 में तख्तापलट कर म्यांमार की सत्ता पर काबिज हुए थे, उसके बाद यह पीएम मोदी के साथ उनकी पहली मुलाकात है। पीएम मोदी ने कहा कि ‘हमने भारत और म्यांमार के बीच द्विपक्षीय संबंधों पर चर्चा की और खासकर कनेक्टिविटी, क्षमता निर्माण, बुनियादी ढांचे के विकास और अन्य क्षेत्रों में सहयोग पर भी चर्चा की।’
म्यांमार के शासक ने भारत की मदद की तारीफ की
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, जनरल मिन आंग ह्लेइंग ने राहत सहायता के लिए प्रधानमंत्री मोदी को धन्यवाद दिया। उन्होंने गुजरात के भुज भूकंप के दौरान प्रधानमंत्री के पुनर्निर्माण कार्य और नेतृत्व की भी सराहना की और म्यांमार और अन्य देशों के लिए इससे मिली सीख की भी सराहना की। गौरतलब है कि भारत ने भूकंप प्रभावित म्यांमार की मदद के लिए ऑपरेशन ब्रह्मा शुरू किया है। दोनों नेताओं के बीच करीब 35 मिनट बातचीत चली। इस दौरान म्यांमार के शासक ने 28 मार्च को आए भूकंप के तुरंत बाद भारत के तेजी से मदद भेजने की भी तारीफ की।
भारत ने म्यांमार में मेंडले के पास सैन्य फील्ड अस्पताल बनाए हैं, जहां जरूरतमंदों का इलाज किया जा रहा है। म्यांमार सरकार ने भी इसकी तारीफ की है। साथ ही एनडीआरएफ के जवान भी म्यांमार में राहत और बचाव कार्यों में जुटे हैं। म्यांमार में आए भूकंप में तीन हजार से ज्यादा लोग मारे गए हैं और पांच हजार के करीब लोग घायल हुए हैं। देशभर में 370 से ज्यादा लोग लापता हैं।