इस हमले की साजिश में मसूद समेत 19 लोग थे। जिनमें से 6 को मार दिया गया। महिला समेत बाकी बचे 13 साजिशकर्ता अब भी पकड़ से बाहर हैं। इनमें से 5 पाकिस्तान में हैं, जबकि 8 अपने देश की जेलों में बंद हैं।
साल 2019 के फरवरी महीने की 14 तारीख ने देश को झकझोर कर रख दिया था। आज इस आतंकी घटना के छह साल पूरे हो रहे हैं, इस आतंकी हमले में सीआरपीएफ के 40 जवान बलिदान हो गए थे। जम्मू-श्रीनगर नेशनल हाईवे पर हमलावर ने विस्फोटक भरी कार से सीआरपीएफ काफिले की बस को टक्कर मार दी थी। धमाका इतना भयंकर था कि बस के परखच्चे उड़ गए थे। इसके बाद घात लगाए आतंकियों ने अंधाधुंध फायरिंग भी की थी। हमले की जिम्मेदारी पाकिस्तानी आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद ने ली थी।
