बिहार पुलिस की टीम ने जिस कुख्यात नक्सली को मार गिराया है, उसपर लूट, हत्या और नक्सली हमलों करने का आरोप था। 11 अलग-अलग केस में पुलिस उसकी तलाश कर रही थी। पुलिस से बचने के लिए वह जंगल में छिपा था। लेकिन, मुठभेड़ के दौरान पुलिस ने उसे मार गिराया।
बिहार में अपराधियों को लगाम लगाने के लिए पुलिस सख्त तेवर अपना चुकी है। बिहार पुलिस की स्पेशल टास्क फोर्स की टीम ने कुख्यात नक्सली रमेश टुडू उर्फ टेंटुआ (33) को मार गिराया है। टीम ने यह कार्रवाई बांका के कलोथर जंगल में की। टेंटुआ की तलाश बिहार पुलिस टीम पिछले कई महीनों से कर रही थी। उसे पकड़ने के लिए पुलिस ने उस पर एक लाख रुपये का इनाम भी रखा था।
पुलिस टीम ने सर्च ऑपरेशन चलाया
मंगलवार देर रात पुलिस को सूचना मिली कि टेंटुआ अपने साथियों के साथ कलोथर जंगल में छिपा है। टीम ने सर्च ऑपरेशन चलाया। इसी दौरान जंगल से टेंटुआ और उसके साथ नक्सली पुलिस पर गोलियां बरसाने लगे। पुलिस ने जवाबी कार्रवाई करते हुए गोलियां चलाई। इसी दौरान कुख्यात टेंटुआ पुलिस की गोलियों का शिकार हो गया। सिर और सीने में गोली लगने से मौके पर ही उसकी मौत हो गई। हालांकि अन्य नक्सली भागने में कामयाब हो गए। पुलिस इनकी तलाश में सर्च ऑपरेशन चला रही है। पुलिस ने इस क्षेत्र में नक्सलियों के अन्य ठिकानों पर कार्रवाई तेज कर दी है।
जंगल में करीब पांच नक्सली छिपे थे
बिहार पुलिस के अनुसार, जंगल में करीब पांच नक्सली छिपे थे। पुलिस ने इसी सूचना के आधार पर नक्सलियों को गिरफ्तार करने पहुंची थी लेकिन वह लोग गोलीबारी करने लगे। पुलिस ने जवाबी कार्रवाई की तो एक कुख्यात नक्सली को गोली लग गई। पुलिस ने फौरन उसे रेफरल अस्पताल लाया लेकिन डॉक्टर ने मृत घोषित कर दिया। वही डीएम अंशुल कुमार के निर्देश पर पोस्टमार्टम के लिए कटोरिया बीडीओ विजय कुमार सौरभ को मजिस्ट्रेट के रूप में तैनात किया है।