महाराष्ट्र में एक दिल दहला देने वाला मामला सामने आया है। यहां एक 20 साल की छात्रा की दिल का दौरा पड़ने से मौत हो गई। उसे दिल का दौर उस वक्त पड़ा, जब वह एक कार्यक्रम में लोगों को संबोधित कर रही थी। उसे तत्काल अस्पताल पहुंचाया गया, जहां उसने दम तोड़ दिया।
देश में दिल के दौरे के मामले एक बार फिर बढ़ने लगे हैं। ताजा मामला महाराष्ट्र के धाराशिव शहर का है। यहां एक कार्यक्रम में भाषण देते समय 20 साल की कॉलेज छात्रा को दिल का दौरा पड़ा। छात्रा को तुरंत ही पास के अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। घटना पारंदा तालुका के महर्षि गुरुवर्या आरजी शिंदे महाविद्यालय में हुई। इससे पहले उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश समेत कई राज्यों से ऐसी घटनाएं सामने आई हैं।
महाराष्ट्र के मामले ने डराया
सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो में एक कॉजेल की छात्रा कार्यक्रम में मौजूद छात्रों, अध्यापकों और अतिथियों को संबोधित करते दिखाई दे रही है। मीडिया रिपोर्ट में दावा किया जा रहा है कि छात्रा का नाम वर्षा खरात है। वीडियो में वह अपने कॉलेज के कार्यक्रम में मराठी में भाषण देती हुई दिखाई दे रही है। उसकी स्पीच के दौरान बीच में वह और दर्शक हंसने लगते हैं। खरात का भाषण की रफ्तार धीरे-धीरे धीमी होती जाती है और उसकी आवाज भी कम हो जाती है। फिर वह फर्श पर गिर जाती है। दर्शकों में से कुछ सदस्य उसके पास दौड़ते हैं। उसे आनन फानन में नजदीकी अस्पताल पहुंचाया जाता है, जहां डॉक्टर उसे मृत घोषित कर देते हैं।
अचानक से पढ़े दिल के दौरे के मामले
- हाल ही में उत्तर प्रदेश के बरेली में भी ऐसा ही मामला सामने आया था। यहां एक जोड़े की 25वीं शादी की सालगिरह का जश्न उस समय मातम में बदल गया, जब एक व्यक्ति दिल का दौरा पड़ने से गिर गया। दरअसल, 50 वर्षीय व्यवसायी वसीम सरवर और उनकी पत्नी फराह पीलीभीत बाईपास रोड पर आयोजित एक पार्टी में डांस करने में व्यस्त थे, तभी वसीम अचानक बेहोश हो गए। उन्हें पास के अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।
- ऐसे ही मध्य प्रदेश के अशोकनगर जिले में एक पशु चिकित्सक को गाड़ी चलाते समय दिल का दौरा पड़ा। उनकी कार अचानक एक पार्क के पास रुकी, जहां स्थानीय निवासियों ने उन्हें बेहोश पाया।
क्या कहते हैं स्वास्थ्य विशेषज्ञ?
हार्ट अटैक के जोखिम बढ़ने के बारे में कार्डियोलॉजिस्ट डॉ नरेंद्र एन. सिंह बताते हैं, हॉस्पिटल में आ रहे हार्ट अटैक के मामलों को देखें तो पता चलता है कि इसके लिए कोई एक कारण जिम्मेदार नहीं है। लाइफस्टाइल और खान-पान की गड़बड़ी तो इसे बढ़ा ही रही है साथ ही काम के दबाव में लोगों की बढ़ती शारीरिक निष्क्रियता को भी इसका एक कारण माना जा सकता है।
जिम जाने वाले लोगों में भी इसके मामले बढ़े हैं, इसके लिए बिना प्रशिक्षक या फिर शरीर की जांच के तेज स्तर के व्यायाम करना एक कारण हो सकता है। तेज स्तर के व्यायाम के दौरान खून का संचार को बढ़ जाता है हालांकि कई मामलों में देखा गया है कि इसके साथ मुख्य धमनियों से जुड़ी कोलेट्रल वेसल्स यानी छोटी-छोटी नसें समय पर नहीं खुल पाती हैं। ये रक्त के प्रवाह को हार्ट के कुछ हिस्सों में बाधित कर सकती हैं जिससे हार्ट अटैक का खतरा बढ़ जाता है।
अगर आप भी जिम जाते हैं तो एक बार कोलेस्ट्रॉल और ब्लड प्रेशर की जांच जरूर कराएं। अक्सर इन पर लोगों का ध्यान नहीं जाता है। हाई कोलेस्ट्रॉल के लक्षण भी बहुत स्पष्ट नहीं होते, ऐसे में अगर आप तीव्र व्यायाम करते हैं तो इससे रक्त का प्रवाह तेज होने से धमनियों पर दबाव बढ़ता है जिससे भी आपको हार्ट अटैक हो सकता है।
अपनी सेहत को लेकर अलर्ट रहें और डॉक्टर की सलाह पर नियमित अंतराल पर फुल बॉडी चेकअप जरूर कराते रहें, ताकि शरीर में होने वाली समस्याओं का समय रहते पता लगाया जा सके।